Credit Card Full Info By RJ Services


 

क्रेडिट का क्या मतलब होता है?

Credit का मतलब पैसे उधार लेने या सामान या सेवाओं को क्रय करने की क्षमता है जिसका आप बाद में भुगतान करेंगे।

उधारदाताओं, व्यापारियों और सेवा प्रदाताओं द्वारा आपको अपने विश्वास के आधार पर ऋण प्रदान किया जाता है। वे आप पर लागू होने वाले किसी भी वित्त शुल्क के साथ-साथ आपके द्वारा उधार ली गई राशि का भुगतान करने के लिए भरोसा करते है। लेनदार आपको अपने भरोसे के योग्य समझते हैं और आपको साख योग्य माना जाता है। इसे ही अच्छी साख (Good credit) कहते है।

आपके credit रिकॉर्ड के लिए बैंक, क्रेडिट यूनियन, क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता और अन्य लेनदार स्वेच्छा से आपके उधार और पुनर्भुगतान की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को देते हैं।


आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए निम्न जानकारी की आवश्यकता हो सकती हैं।
1 :- आपके पास जितने क्रेडिट कार्ड हैं, उनकी उधार लेने की सीमा और वर्तमान बकाया राशि।

2 :- आपके द्वारा लिए गए किसी भी ऋण की राशि और उनमें से आपने कितना वापस भुगतान किया है।

3 :- चाहे आपके खातों के लिए आपका मासिक भुगतान समय पर हुआ हो, देर से हुआ हो या पूरी तरह छूट गया हो।

4 :- अधिक गंभीर वित्तीय संकट जैसे कि बंधक फौजदारी, कार का पुन: कब्जा और दिवालिया होना।

अपने उधार निर्णयों के लिए लेनदार अक्सर एक संख्या का उपयोग करते हैं जिसे क्रेडिट स्कोर के रूप में जाना जाता है, यह निर्णय लेने में पहला कदम है कि क्रेडिट जारी करना है या नहीं। आपका क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी को किसी ऐसी चीज़ में बदल देता है जिसकी व्याख्या करना आसान है, और ऐसा निष्पक्ष तरीके से करता है जिससे पूर्वाग्रह की संभावना कम हो जाती है।


CREDIT MEANING IN HINDI = उधार, बैंक खाते में जमा राशि, बैंक द्वारा उधार दी गई राशि, ख्याति, विश्वास, श्रेय लेना या श्रेय देना,


आपको क्रेडिट की आवश्यकता क्यों है?

यदि आप कार या घर जैसी बड़ी खरीदारी के लिए पैसे उधार लेने की योजना बना रहे हैं तो अच्छा क्रेडिट आवश्यक है। एक उच्च क्रेडिट स्कोर का मतलब ऋण और क्रेडिट कार्ड पर बेहतर ब्याज दरें और शर्तें हो सकता है।

केवल ऋणदाता ही आपकी क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर का उपयोग नहीं करता बल्कि निम्न भी आपके credit score का उपयोग कर सकते है:-






बैंक खाते में क्रेडिट का क्या मतलब होता है?
बैंक खाते में क्रेडिट का मतलब जमा (deposit)होता है। इसका मतलबयह है कि किसी भी प्रकार से आपके खाते में राशि जमा की गई। दूसरे शब्दों में कहें तो credit होने का अर्थ है कि आपने अपने बैंक खाते में राशि जमा की है,कही से पैसे आपके बैंक अकाउंट में पैसे आए हैं अथवा किसी और व्यक्ति ने आपको पैसे भेजे है।


क्रेडिट राशि क्या है?

आपके बिलिंग विवरण पर क्रेडिट बैलेंस वह राशि है जो  आपके कार्ड पर बकाया है। हर बार जब आप कार्ड से भुगतान करते हैं तो आपके खाते में क्रेडिट जोड़ दिए जाते हैं


क्रेडिट इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

क्रेडिट आपकी वित्तीय शक्ति का हिस्सा है।  यह आपको बाद में भुगतान करने के आपके वादे के आधार पर आपकी ज़रूरत की चीज़ें प्राप्त करने में मदद करता है, जैसे कार या क्रेडिट कार्ड के लिए ऋण।


क्रेडिट अच्छा है या बुरा?

क्रेडिट का उपयोग करना कोई बुरी बात नहीं है। आप किस तरह से आपने क्रेडिट का उपयोग करते हैं यह अच्छा या बुरा हो सकता है।


क्रेडिट कार्ड की लिमिट कितनी होती है?

उदाहरण के दौर पर अगर किसी क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट 50,000 रुपए और कैश लिमिट 10,000 रुपए है तो कार्ड होल्डर अधिकतम 50,000 रुपए तक ही खर्च कर सकता है न कि 60,000 रुपए। सीधे शब्दों में कहा जाए तो कैश निकलवाने क लिमिट क्रेडिट लिमिट का ही हिस्सा है न की अतिरिक्त लिमिट है।



क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं?

  • रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड
  • सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड
  • कम ब्याज़ वाले क्रेडिट कार्ड
  • कैशबैक क्रेडिट कार्ड
  • स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
  • ट्रैवल क्रेडिट कार्ड
  • बिज़नेस क्रेडिट कार्ड



क्रेडिट कार्ड कितनी सैलरी होनी चाहिए?

भारत में बहुत सारे बैंक उपलब्ध हैं और लगभग सभी बैंक क्रेडिट कार्ड अपने कस्टमर को देते हैं कस्टमर अपनी पसंद से या फिर उन्हें जो बैंक ज्यादा पसंद है वह क्रेडिट कार्ड उस बैंक से लेते हैं क्रेडिट कार्ड को लेने के लिए भारत के अधिकतर बैंकों ने ₹20,000 की न्यूनतम मासिक वेतन का नियम बनाया है


क्रेडिट लिमिट

क्रेडिट कार्ड से आप कितना पैसा खर्च कर सकते हैं, इसकी एक सीमा होती है। आप उसी लिमिट के भीतर पैसा खर्च कर सकते हैं। क्रेडिट लिमिट कार्डधारक के क्रेडिट स्कोर, पेमेंट हिस्ट्री, आय और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो जैसी चीजों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।


क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालने पर कितना ब्याज लगता है?

क्रेडिट कार्ड से आप कैश जरूर निकाल सक‍ते हैं, लेकिन इसके लिए आपको चार्ज देना पड़ता है और ये चार्ज 2.5 से 3 फीसदी तक होता है. मान लीजिए कि अगर आप 1 लाख का कैश निकालते हैं तो इसके लिए आपको ढाई से तीन हजार तक चार्ज देना पड़ सकता है


क्रेडिट कार्ड बनाने से क्या फायदा होता है?

  • एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में मदद करता है
  • 45 दिनों तक का क्रेडिट-फ्री पीरियड मिलेगा
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आसान ट्रांजेक्शन
  • आकर्षक रिवॉर्ड, कैशबैक, छूट, ऑफ़र,आदि के साथ आता है।
  • इमरजेंसी की स्थिति में काम आता है

एक वित्त शुल्क मासिक ब्याज शुल्क है । जब आप अपने क्रेडिट कार्ड की ब्याज छूट अवधि के बाद शेष राशि रखते हैं तो इसे आपके खाते में जोड़ दिया जाता है। जब तक आप अपनी शेष राशि का पूरा भुगतान नहीं करते हैं, तब तक हर महीने वित्त शुल्क जोड़े जाते हैं।

सबसे अच्छा क्रेडिट कार्ड कौन सा होता है?

  • एक्सिस बैंक ऐस क्रेडिट कार्ड इसके लिए उपयुक्त: कैशबैक ...
  • SBI कार्ड एलीट इसके लिए उपयुक्त: हर तरह के लाभ ...
  • HDFC रेगलिया क्रेडिट कार्ड ...
  • Flipkart एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड ...
  • अमेज़न पे ICICI क्रेडिट कार्ड ...
  • सिटी प्रीमियर माइल्स क्रेडिट कार्ड ...
  • HDFC मिलेनिया क्रेडिट कार्ड ...
  • स्टैंडर्ड चार्टर्ड डिजिस्मार्ट क्रेडिट कार्ड


आमतौर पर नए ग्राहकों को तीन से चार साल तक के लिए ही क्रेडिट कार्ड दिया जाता है, यानी उसकी एक्सपायरी डेट तीन-चार साल ही होती है। दरअसल, ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि इस दौरान बैंक अपने क्रेडिट कार्ड होल्डर की क्रेडिट हिस्ट्री और बिल पेमेंट को एनालाइज करते हैं कि ग्राहक ने सभी बिल समय पर भरे हैं या नहीं।

क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं किया तो क्या होगा?

उत्तर: अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो आपको लेट पेमेंट फीस का भुगतान करना होगा। साथ ही अधिक ब्याज देना होगा जो कि आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप इसके बावजूद क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते तो आपका कार्ड ब्लॉक किया जा सकता है।

क्रेडिट कार्ड के लिए कितना सिविल होना चाहिए?

लोन लेने के लिए 750 से ऊपर का स्कोर बेहतर माना जाता है. जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से कर्ज या क्रेडिट कार्ड मिलता है. 550 से 700 का स्‍कोर एवरेज माना जाता है. 700 से 900 के बीच के स्‍कोर को बहुत अच्‍छा कहा जाता है

Credit Card Minimum Due Amount: वह न्यूनतम राशि जिसे हर महीने क्रेडिट कार्ड होल्डर को चुकाना अनिवार्य है, उसे न्यूनतम बकाया राशि (मिनिमम ड्यू अमाउंट) कहते हैं. फुल पेमेंट: स्टेटमेंट में जितनी रकम का जिक्र है उसका तय तिथि या उससे पहले ही भुगतान कर दें.

यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो आपको विलंब शुल्क, बढ़ा हुआ ब्याज शुल्क देना होगा और यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप भुगतान चूकना जारी रखते हैं, तो आपका कार्ड फ्रीज किया जा सकता है, आपका कर्ज एक संग्रह एजेंसी को बेचा जा सकता है और आपके कर्ज का संग्रहकर्ता भी आप पर मुकदमा कर सकता है ।

जानिए 2022 का कानूनी प्रक्रिया यदि कोई व्यक्ति अपनी ईएमआई का भुगतान नहीं करती है, तो यह ऋण समझौते का उल्लंघन है और कानूनी कार्रवाई सहित दंड के अधीन हो सकती है। व्यक्ति की क्रेडिट रेटिंग भी डाउनग्रेड की जा सकती है, जिससे व्यक्ति के लिए भविष्य में पैसे उधार लेना और मुश्किल हो जाएगा।

इसका सबसे आसान उदाहरण है कि आपने लॉकडाउन से पहले कोई लोन लिया और बाद में उसे लॉकडाउन के कारण नहीं चुका पाएं. लेकिन, बाद में आपके लोन ब्याज (Loan Interest) के साथ चुका लेने के बाद भी आपका सिबिल स्कोर कम से कम 2 साल तक खराब रहेगा. क्रेडिट कार्ड बिल सही समय पर न जमा करने पर भी सिबिल स्कोर खराब हो जाएगा.
देर से भुगतान आपके क्रेडिट स्कोर को 180 अंकों तक गिरा सकता है और आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर सात साल तक बना रह सकता है। हालाँकि, ऋणदाता आमतौर पर क्रेडिट ब्यूरो को देर से भुगतान की रिपोर्ट करते हैं, जब आप 30 दिन पहले देय होते हैं, जिसका अर्थ है कि यदि आप उन 30 दिनों के भीतर भुगतान करते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर क्षतिग्रस्त नहीं होगा।
Billing History को देख कर पता करें – Check your billing statement. अगर आपके पास पहले से ही किसी भी तरह का Credit Card है तो उसका आपके पास हर महीने बिल तो आता ही होगा। यह बिल या तो मोबाइल पर या यह बिल डाक के जरिये घर या ऑफिस पर आता होगा। उस बिल में आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट के बारे में लिखा होता है।
न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि आपको आवश्यकता पड़ने पर केवल ब्याज का भुगतान करना होगा। कोई जुर्माना या देर से भुगतान शुल्क नहीं होगा । यदि आप समय पर न्यूनतम देय भुगतान करते हैं, तो आपकी क्रेडिट कार्ड कंपनी या क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला बैंक आपको क्रेडिट ब्यूरो को अनियमित के रूप में रिपोर्ट नहीं करेगा।

जानकारों का कहना है कि दो या तीन से ज्यादा credit card नहीं रखना चाहिए. दो कार्ड का गणित है कि एक से घर के रेगुलर खर्चे चलाएं और दूसरे कार्ड को इमेरजेंसी के लिए रखें. अगर बहुत जरूरी हो तो तीसरा कार्ड रख सकते हैं. वह भी अपनी लाइफस्टाइल से जुड़ी जरूरतों के लिए

उत्तर:आप अपने क्रेडिट कार्ड की कैश लिमिट तक नकदी निकाल सकते हैं। यह आमतौर पर कुल क्रेडिट लिमिट की 40% होती है।

अब आप सोच रहे होंगे कि Cibil Score कितने दिन में Update होता है तो मैं आपको बता दूं Cibil के अनुसार आपका Cibil Score 30 से 45 दिनों में Update होता है। जिसमे कम से कम 30 दिनों का समय लगता है और ज्यादा से ज्यादा 45 दिनों का समय Update होने मे लग जाता है।

नए कार्ड के लिए अप्लाई करें – क्रेडिट कार्ड के लिमिट को बढ़ाने का यह सबसे आसान तरीका है। नए, अपग्रेड कार्ड के लिए आवेदन करने से आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा अपने आप बढ़ जाएगी।






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